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Showing posts from 2009

तिकडीकन्द के बहाने दुर्लभ औषधीय वनस्पतियो की खेती पर चर्चा

तिकडीकन्द के बहाने दुर्लभ औषधीय वनस्पतियो की खेती पर चर्चा - पंकज अवधिया हम एक घंटे से घने जंगल मे चल रहे थे। बरसात का मौसम होने के कारण हमारी गति बहुत कम थी। चारो ओर घनी वनस्पतियाँ थी। उनके बीच रास्ता बनाकर आगे बढ रहे थे। जंगल मे जगह-जगह पानी भरा हुआ था। जंगल भ्रमण का यह उपयुक्त समय नही था पर हम तो ऐसी वनस्पति को देखने जा रहे थे जिसने पीढीयो से असंख्य मनुष्यो और पशुओ की जीवन-रक्षा की थी। हमने एक पहाडी पार की और दलदली इलाके मे आ गये। साथ चल रहे पारम्परिक चिकित्सको ने थोडी सी खोजबीन की फिर कलमी के एक पुराने पेड को पहचान लिया। इसी के नीचे कुछ पौधे उगे हुये थे। पौधो मे एक-दो पत्तियाँ थी। इससे उनकी पहचान कर पाना मुश्किल था पर पारम्परिक चिकित्सक झट से बोले, यही तिकडीकन्द है। उन्होने अपने पास रखी बोतल निकाली और उसमे भरा सत्व पौधे पर उडेल दिया। “अभी यह कन्द एकत्र करने लायक नही हुआ है। हमने इस पर सत्व डाल दिया है। अब पन्द्रह दिनो के बाद जब हम इसे लेने आयेंगे तो सत्व के प्रभाव से कन्द दिव्य औषधीय गुणो से परिपूर्ण हो जायेगा।“ पारम्परिक चिकित्सको ने बता

आप सुझाये, मै मेडीसिनल प्लांट के लिये दुनिया मे कही भी जा सकती हूँ

आप सुझाये, मै मेडीसिनल प्लांट के लिये दुनिया मे कही भी जा सकती हूँ प्रश्न: I have a great interest in Aromatic and Medicinal Plants, have taken few Plant Biotechnology courses . I want to fulfill my Father's dream of planting medicinal plants in large scale at our home state Orissa. I am looking for the Universities where I can learn advanced way of plantation of medicinal and aromatic plants . I am ready to go any university around the world to pursue this course. It will be great if you can suggest me some good university and courses which I can pursue related to this. As you have done research in medicinal and aromatic plans for a long time, it will be my fortune to get advice from you. Presently I am studying in USA. उत्तर: आपके सन्देश के लिये धन्यवाद। जैसा कि आपने लिखा है कि आप अभी अमेरिका मे अपनी पढाई कर रही है, आप इसे पूरी करे। सही मायने मे पूछे तो मै आपको माँ प्रकृति के विश्वविद्यालय मे दाखिल होने की सलाह दूंगा। इसी विश्वविद्यालय मे आपको औषधीय और सगन्ध वनस्पतियो के विषय मे

ब्राम्ही के सप्लायर और इससे बनाने वाले पेय़ के विषय़ मे जानकारी चाहिये

ब्राम्ही के सप्लायर और इससे बनाने वाले पेय़ के विषय़ मे जानकारी चाहिये प्रश्न: Dear Sir, While searching for possible Bacopa suppliers, I came across your articles on the said subject. I was very impressed with your honesty and in depth knowledge on the said subject. I could not resist myself in writing to you for help. We are looking for Brahmi Extract to be used in a Non-Alcoholic Energy Drink. We would be highly grateful to your good self if you could guide us with your inputs as to how to use it and its specifications. It would be kind on your part if you could refer us to some reliable suppliers for the same. उत्तर: आपके सन्देश के लिये धन्यवाद। मै इस विषय़ मे आपका मार्गदर्शन कर सकता हूँ। आप abhayable@gmail.com पर मेरे निज सहायक को यह सन्देश भेजे। इस सन्देश मे आप अपना पूरा पता दे। निज सहायक आपको मिलने का समय और सलाह शुल्क आदि की पूरी जानकारी प्रेषित कर देगा। चूँकि सन्देशो की लम्बी कतार रहती है इसलिये आपको उत्तर मिलने मे कुछ देरी हो सकती है। भूमिका: इंटरनेट पर हजारो शोध दस्तावेज हो

फैगोनिया पर जानकारी चाहिये शोध के लिये

भूमिका: इंटरनेट पर हजारो शोध दस्तावेज होने के कारण प्रतिदिन सैकडो ई-मेल आते रहते है। सभी चाहते है कि उन्हे जवाब मिले और वह भी बिना देरी के। एक सहायक रखा है पर फिर भी सन्देशो का ढेर बढता जाता है। मै देश के कृषि पत्रिकाओ मे भी लिखता हूँ इसलिये किसान भी बडी संख्या मे पत्र भेजते रहते है। मै ई-मेल सन्देशो की बजाय इन पत्रो को अधिक प्राथमिकता देता हूँ। एक सन्देश का जवाब देना यानि प्रेषक से सम्वाद का स्थापित होना। प्रेषक बार-बार लिखते है। फोन कालो की भी बाढ आयी रहती है। घर पर भी आगंतुको का मेला लग जाता है। इसलिये मैने इस ब्लाग के माध्यम से कुछ चुने हुये प्रश्नो का उत्तर देने की योजना बनायी है। प्रश्न किसी भी भाषा मे हो उत्तर हिन्दी मे देने की व्यवस्था रहेगी। प्रश्न: Dear Pankaj Oudhia. I am currently undertaking a research project investigating the potential chemotherapeutic potential and the mechanisms of bioactivity of a species of Fagonia. I have come across your page during a Google search and am inquiring if you have any references for information on the folklore and historical uses of

क्या महंगे विदेशी फलो के खराब निकलने की समस्या से आप भी जूझ रहे है?

क्या महंगे विदेशी फलो के खराब निकलने की समस्या से आप भी जूझ रहे है? - पंकज अवधिया आजकल भारतीय शहरो मे स्टीकर लगे विदेशो से आयातित फल धडल्ले से बिक रहे है। इसका नियमित प्रयोग सबके बस की बात नही है क्योकि ये बहुत महंगे होते है। मसलन अभी रायपुर मे अयातित सेव का दाम 120 रुपये किलो है और एक किलो मे मुश्किल से पाँच सेव चढते है। फुटकर मे देखे तो 20-30 रुपये का एक सेव। आजकल चिकित्सक मरीजो को इन्ही महंगे फलो को उपयोग मे लाने की सलाह दे रहे है। यही कारण है कि सुबह विदेशी फलो से सजी दुकान शाम तक खाली हो जाती है। कुछ दिनो पहले एक मित्र के साथ मै फलो की दुकान पर पहुँचा। आयातित नाशपाती लेने का मन हुआ। एक-एक किलो हमने ले लिया। घर जाकर जब उसे काटा तो अन्दर फलो की स्थिति इस चित्र की तरह थी। यह खाने लायक नही था । ज्यादातर फल ऐसे ही निकले। हम उल्टे पैर वापस लौटे। फल महंगा था इसलिये फल वाले ने तुरंत इन्हे वापस ले लिया और बदले मे उसी जगह से दूसरे फल दे दिये। दुर्भाग्यवश नये फलो मे भी वही समस्या दिखी। फल वाले ने कहा कि आजकल इस “बीमारी” की शिकायत बहुत आ रही है। मै

विकास, छत्तीसगढ और पितृ वृक्ष

“छत्तीसगढ मे तथाकथित विकास की बलिवेदी पर चढाये गये जीवनदाता वृक्ष” ये लेखमाला आज से मेरी प्रतिक्रिया ब्लाग पर आरम्भ हुयी है। यह लेखमाला उन असंख्य बेजुबान वृक्षो को समर्पित है जिन्होने अपना जीवन पीढीयो तक मानव सेवा के लिये दे दिया। पर आज इस पीढी के आधुनिक सोच वाले योजनाकारो ने तथाकथित विकास के नाम पर इन्हे जड से काटने मे जरा भी देर नही लगायी। यह सम्भव था कि आज विकास के इस युग मे ये भी हमारे बीच रहते पर ऐसे सारे विकल्पो की अनदेखी कर दी गयी। मैने अपना जीवन इन पितृ वृक्षो के साये मे गुजारा है और अब भी गुजार रहा हूँ। इस लेखमाला के माध्यम से मै इन पुण्य आत्माओ से ज़ुडी बातो को नम आँखो से याद करने का प्रयास कर रहा हूँ। Updated Information and Links on March 05, 2012 New Links :  http://www.scribd.com/doc/ 83154451/Remedial-Measures- for-Toxicity-of-Traditional- Herbal-Medicines-Recent- Topics-in-Pankaj-Oudhia%E2%80% 99s-Medicinal-Plant-Database- Part-1 http://www.scribd.com/doc/ 83041234/New-Topics-in-Pankaj- Oudhia%E2%80%99s-Medicinal- Plant-Database Related Topics in Pan

क्या बीटी बैगन के अलावा कोई विकल्प नही है?

क्या बीटी बैगन के अलावा कोई विकल्प नही है? - पंकज अवधिया एक विशेष प्रकार के कीडो के लिये विकसित किये गये बीटी बैगन की जरुरत क्या सचमुच भारतीय किसानो को है? क्या उन कीडो का नियंत्रण इतना मुश्किल हो गया है कि हम करोडो भारतीयो की जान दाँव पर लगाकर बीटी बैगन को भारत मे लाने व्यग्र है? यदि वैज्ञानिको से यह सवाल पूछा जाये तो वे शायद कहे कि हाँ, हाँ यह जरुरी है। पर बैग़न की खेती कर रहे किसान ऐसा नही कहेंगे। यह मेरा सौभाग्य है कि मै बैगन की पारम्परिक खेती कर रहे हजारो भारतीय किसानो से मिला हूँ। उनके पास गजब का पारम्परिक ज्ञान है। वे बिना किसी रसायन के बैगन को कीटो से बचा रहे है। उनके ज्ञान का यदि दस्तावेजीकरण किया जाये तो कृषि शोध संस्थानो के भवन छोटे पड जायेगे इन्हे रखने के लिये। ये महज किताबी ज्ञान नही है। किताबी ज्ञान होता तो न जाने कब का अतीत की गहराईयो मे खो जाता। यह ज्ञान खेतो मे फसलो पर प्रयोग हो रहा है और पीढी दर पीढी निखर रहा है। यह ज्ञान बैगन को कीटो से सदियो तक बचा सकता है। यह ज्ञान देश की असंख्य वनस्पतियो से सम्बन्ध

क्या आप बीटी बैगन के लिये प्रयोगशाला जीव बनने तैयार है?

क्या आप बीटी बैगन के लिये प्रयोगशाला जीव बनने तैयार है? - पंकज अवधिया अब एक बार फिर देश मे बीटी फसल की चर्चा है। इस बार बीटी बैगन आ रहा है। आ रहा है या कहे, आ गया है। समर्थक और विरोधी मोर्चे पर डटे हुये है। चूँकि यह क्लिष्ट तकनीकी विषय है इसलिये आम जनता इससे अंजान है। किसी ने उन्हे सरल भाषा मे समझाया नही। पर यह भी नग्न सत्य है कि इस बीटी बैगन को खाना उन्हे ही है। वैसे हमारे देश मे आम जनता से पूछने की परम्परा नही है। जनता नेताओ को चुन लेती है और वैज्ञानिक नेताओ से चिपक जाते है। बस ये दोनो ही आम जनता से पूछे बिना पाँच वर्षो तक अपना राज चलाते है। जनता मे से कोई पूछता है तो तकनीकी बाते करके उन्हे चुप कर दिया जाता है। पूरा लेख यहाँ पढे

कृषि होम्योपैथी पर हाल ही मे तैयार की गयी फिल्मे

Recent Films and Film strips on Agrohomoeopathic Experiments. Oudhia, P. (2008). Agrohomoeopathic Experiments: Use of Homoe-Drug ARNICA in commercial cultivation of Indian medicinal and aromatic crops. 1. Tulsi (Ocimum sanctum). CGBD (Offline Database on Chhattisgarh Biodiversity), Raipur, India. Oudhia, P. (2008). Agrohomoeopathic Experiments: Use of Homoe-Drug ARNICA in commercial cultivation of Indian medicinal and aromatic crops. 2. Hadjod (Cissus quadrangularis). CGBD (Offline Database on Chhattisgarh Biodiversity), Raipur, India. Oudhia, P. (2008). Agrohomoeopathic Experiments: Use of Homoe-Drug ARNICA in commercial cultivation of Indian medicinal and aromatic crops. 3. Kali Musli (Curculigo orchioides). CGBD (Offline Database on Chhattisgarh Biodiversity), Raipur, India. छत्तीसगढ की जैव-विविधता पर हाल ही मे तैयार की गयी फिल्मो की जानकारी इस पते पर मिल सकेगी। http://cgbiodiversity.blogspot.com/2009/01/recent-films-and-film-strips-on.html